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नलकी

नलकी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रथम प्रकाश पर्व (24 अगस्त सन 2025 ईस्वी.) को समर्पित- “नलकी” — यह एक विशेष यंत्र है, पुरातन समय से ही जिसका प्रयोग तोते को पकड़ने हेतु किया जाता है। इसे बाँस की पतली नली से बनाया जाता है, जिसे एक सरिए में पिरोकर किसी जलपात्र अथवा कुण्ड

भावभीनी श्रद्धांजलि-(“टर्बन्ड टॉरनेडो” बापू फ़ौजा सिंह जी को सादर समर्पित)

भावभीनी श्रद्धांजलि- (“टर्बन्ड टॉरनेडो” बापू फ़ौजा सिंह जी को सादर समर्पित) जब आज 15 जुलाई सन 2025 ई. को सोशल मीडिया के माध्यम से यह अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ कि इस सदी के महान धावक, गुरु पंथ खालसा के निस्वार्थ सेवादार, दृढ़ संकल्प और अटल आस्था के प्रतीक बापू फ़ौजा सिंह जी अब इस

उज्जैन के जननायक श्री पारस चन्द्र जी जैन के अमृत वैभव पर्व (75 वें जन्मोत्सव) पर विशेष शुभकामना संदेश (20 जून 2025)-

उज्जैन के जननायक श्री पारस चन्द्र जी जैन के अमृत वैभव पर्व (75 वें जन्मोत्सव) पर विशेष शुभकामना संदेश (20 जून 2025)- जन्म, शिक्षा एवं व्यक्तित्व सात दशकों से अधिक की विराट यात्रा में जनसेवा, धर्म-निष्ठा और दृढ़ नेतृत्व का जो स्वर्णिम समन्वय श्री पारस चन्द्र जैन जी ने रचा है, वह उज्जैन-वासियों ही नहीं,

ਦੂਜੇ ਵਿਸ਼ਵ ਯੁੱਧ ਦੌਰਾਨ ਵਿਕਟੋਰੀਆ ਕਰਾਸ (ਵੀ.ਸੀ.) ਜੇਤੂ ਸਿੱਖ ਸੈਨਿਕ

ਦੂਜੇ ਵਿਸ਼ਵ ਯੁੱਧ ਦੌਰਾਨ ਵਿਕਟੋਰੀਆ ਕਰਾਸ (ਵੀ.ਸੀ.) ਜੇਤੂ ਸਿੱਖ ਸੈਨਿਕ ਵਿਕਟੋਰੀਆ ਕ੍ਰਾਸ (VC) ਬਰਤਾਨਵੀ ਸਸੱਤਰ ਬਲਾਂ ਵੱਲੋਂ ਦਿੱਤਾ ਜਾਣ ਵਾਲਾ ਸਭ ਤੋਂ ਉੱਚਾ ਅਤੇ ਸਭ ਤੋਂ ਮਾਨਯੋਗ ਯੁੱਧ-ਸਨਮਾਨ ਹੈ। ਇਹ “ਦੁਸ਼ਮਣ ਦੀ ਮੌਜੂਦਗੀ ਵਿੱਚ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਬਹਾਦਰੀ” ਦਰਸਾਉਣ ਲਈ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਸਨਮਾਨ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਮਹਾਰਾਣੀ ਵਿਕਟੋਰੀਆ ਵੱਲੋਂ 29 ਜਨਵਰੀ 1856 ਨੂੰ ਕੀਤੀ ਗਈ ਸੀ,

द्वितीय विश्व युद्ध में विक्टोरिया क्रॉस (वीसी) जीतने सिख सैनानी- 

द्वितीय विश्व युद्ध में विक्टोरिया क्रॉस (वीसी) जीतने सिख सैनानी-  विक्टोरिया क्रॉस (वीसी) ब्रिटिश सशस्त्र बलों का सर्वोच्च और सबसे प्रतिष्ठित अलंकरण है। यह “शत्रु की उपस्थिति में” वीरता के लिए प्रदान किया जाता है। इसकी स्थापना 29 जनवरी 1856 को महारानी विक्टोरिया द्वारा क्रीमियन युद्ध (1854-1856) के दौरान प्रदर्शित वीरता को सम्मानित करने के

प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध में विक्टोरिया क्रॉस (वीसी) जीतने सिख सैनानी-

कैप्टन ईशर सिंह विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित प्रथम सिख सैनिक की अमर गाथा जब इतिहास के पृष्ठों में वीरता की मिसालें खोजी जाती हैं, तब कुछ नाम स्वर्णाक्षरों में स्वयं को अंकित कर लेते हैं। ऐसा ही एक नाम है, कैप्टन ईशर सिंह, जो ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा प्रदत्त सर्वोच्च युद्ध सम्मान विक्टोरिया क्रॉस से विभूषित

मृत्यु का प्रमाण पत्र

मृत्यु का प्रमाण पत्र (एक जीवनदर्शी अनुभव कथा) सेवानिवृत्त पुलिस आयुक्त… कभी गर्व से सीना ताने सरकारी बंगले में रहने वाले, अब उन्हीं की कॉलोनी में स्थित एक सामान्य से निजी मकान में निवास कर रहे थे। पद, प्रतिष्ठा और सत्ता का तेज अब भी उनके आचरण में झलकता था। उन्हें स्वयं पर अत्यधिक गर्व