Arsh

सरदार हरि सिंह नलवा: अद्वितीय वीरता और उच्च आदर्शों के प्रतीक

सरदार हरि सिंह नलवा: अद्वितीय वीरता और उच्च आदर्शों के प्रतीक सरदार हरि सिंह नलवा का जन्म सन् 1791 ई. में पंजाब के गुजरांवाला (अब पाकिस्तान में) में हुआ। उनके पिता गुरदयाल सिंह और माता धरम कौर की छत्रछाया में उनका बचपन बीता। मात्र सात वर्ष की आयु में पिता की शहादत ने उनके जीवन […]

खालसा राज के शिल्पकार: शेर-ए-पंजाब: महाराजा रणजीत सिंह

खालसा राज के शिल्पकार: शेर-ए-पंजाब: महाराजा रणजीत सिंह सिख इतिहास में अंकित गौरवशाली अध्यायों में से एक है शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह का स्वर्णिम शासनकाल, जिसे खालसा राज के नाम से जाना गया। इस राज की नींव शुकरचकिया मिसल के सरदार नोध सिंह जी के वंशजों द्वारा रखी गई थी, जिनके महान व्यक्तित्व और नेतृत्व

अकाली फूला सिंह निहंग: सिख इतिहास का अमर योद्धा

अकाली फूला सिंह निहंग: सिख इतिहास का अमर योद्धा अकाली फूला सिंह निहंग का जन्म 1 जनवरी सन 1761 ईस्वी को पंजाब के संगरूर जिले के सींहा गांव में पिता ईशर सिंह के घर हुआ। दुर्भाग्यवश, बाल्यावस्था में ही उनके पिता का देहांत हो गया, जिसके बाद उनका पालन-पोषण बाबा नारायण सिंह जी (नैणा सिंह

सरदार बघेल सिंह: सिख वीरता और नेतृत्व का अनुपम उदाहरण

सरदार बघेल सिंह: सिख वीरता और नेतृत्व का अनुपम उदाहरण सरदार बघेल सिंह जी का जन्म पंजाब के तरनतारन जिले के झबाल नामक गाँव में हुआ। अपनी सशक्त नेतृत्व क्षमता और धार्मिक निष्ठा के कारण, सन् 1765 ई. में उन्हें करोड़ सिंधिया मिसल का जत्थेदार नियुक्त किया गया। उनका जीवन सिख धर्म और समाज की

शूरवीर तारा सिंह वां: सिख वीरता का अद्वितीय उदाहरण

शूरवीर तारा सिंह वां: सिख वीरता का अद्वितीय उदाहरण शूरवीर तारा सिंह वां का जन्म पंजाब के अमृतसर जिले के वां नामक ग्राम में हुआ था। उनके पिता श्री गुरदास सिंह जी एक साधारण किसान थे, परंतु उनका बेटा तारा सिंह भविष्य में सिखों के अदम्य साहस और बलिदान का प्रतीक बना। इस ग्राम का

सरदार जस्सा सिंह रामगढ़िया: खालसा पंथ के अभूतपूर्व योद्धा

सरदार जस्सा सिंह रामगढ़िया: खालसा पंथ के अभूतपूर्व योद्धा सरदार जस्सा सिंह रामगढ़िया का जन्म सन् 1723 ई. में लाहौर जिले के इचोहिल गांव (अब पाकिस्तान) में हुआ। उनके पिताजी ज्ञानी भगवान सिंह थे, जो अपनी गहरी विद्वता और साहसिक दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध थे। पिता-पुत्र ने अपने जीवन को खालसा पंथ की सेवा में

सरदार जस्सा सिंह आहलूवालिया: खालसा का अमर योद्धा

सरदार जस्सा सिंह आहलूवालिया: खालसा का अमर योद्धा सरदार जस्सा सिंह जी आहलूवालिया, सिख इतिहास के अद्वितीय योद्धा और खालसा पंथ के महान नेता, का जन्म 3 मई 1718 ई. को पंजाब के आहूल गांव (जिला लाहौर, वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ। आप जी के पिताजी का नाम बदर सिंह और माता जी का नाम जीवनी

बाबा बंदा सिंह बहादुर: सिख धर्म के शूरवीर योद्धा

बाबा बंदा सिंह बहादुर: सिख धर्म के शूरवीर योद्धा सिख इतिहास के पन्नों में बाबा बंदा सिंह बहादुर का नाम शौर्य, बलिदान और धर्मनिष्ठा के प्रतीक के रूप में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। आप का जीवन त्याग, साहस और न्याय के सिद्धांतों से ओतप्रोत था। आपका जन्म सन् 1670 ई. में जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले

नवाब कपूर सिंह जी: सिख परंपरा के विनम्र योद्धा

नवाब कपूर सिंह जी: सिख परंपरा के विनम्र योद्धा सिख इतिहास में नवाब कपूर सिंह जी का नाम समर्पण, विनम्रता और सेवा के प्रतीक के रूप में अमिट है। आपका जन्म सन् 1697 ईस्वी में हुआ। आपके पिताजी का नाम सरदार दिलीप सिंह जी था। बाल्यकाल से ही आपकी परवरिश सिख धर्म के आदर्शों और

शहीद बाबा दीप सिंह जी: त्याग, शौर्य और सेवा की अमर गाथा

शहीद बाबा दीप सिंह जी: त्याग, शौर्य और सेवा की अमर गाथा शहीद बाबा दीप सिंह जी का जन्म 26 जनवरी, 1682 को ग्राम पहुविंड, जिला अमृतसर में हुआ। माता जी का नाम माता जिऊनी और पिता जी का नाम भगतु जी था। बाल्यकाल में आपको ‘दीपा’ के नाम से पुकारा जाता था। युवावस्था में,