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550 साला श्री गुरु नानक प्रकाश यात्रा : एक ऐतिहासिक अध्याय

550 साला श्री गुरु नानक प्रकाश यात्रा : एक ऐतिहासिक अध्याय आरंभिक प्रस्तावना सन 2019 का वर्ष पूरी मानवता के लिए एक अविस्मरणीय कालखंड रहा। इस वर्ष ने हमें सतगुरु श्री गुरु नानक देव जी के पावन 550वें प्रकाश पर्व का वह अनुपम अवसर प्रदान किया, जिसने संपूर्ण विश्व को गुरु-वाणी के दिव्य संदेशों से […]

अद्वितीय सिख विरासत का लोकार्पण : हिंदी में सिख इतिहास का समग्र दस्तावेज़

पटियाला। हिंदी साहित्य के प्रख्यात स्तंभकार डॉ. रणजीत सिंह ‘अर्श’ द्वारा रचित, संपादित एवं संकलित महत्त्वपूर्ण ग्रंथ ‘अद्वितीय सिख विरासत’ (ISBN: 978-81-955654-8-1) का लोकार्पण 27 सितंबर 2025 को चढ़दी कला टाइम टीवी के कार्यालय में गरिमामय ढंग से सम्पन्न हुआ। लोकार्पण समारोह में पुस्तक का विमोचन पद्मश्री डॉ. जगजीत सिंह ‘दर्दी’ ने अपने कर-कमलों से

अकली किजै दान

(प्रबंधक कमेटी गुरुद्वारा नानक झीरा साहिब द्वारा अगस्त / सितंबर 2025 में की गई निष्काम सेवाओं का ब्यौरा)- ੴ सतिगुर प्रसादि॥ लोक-कल्याण और परोपकार की अनन्य भावना को श्री गुरु रामदास जी ने अपने जीवन में जिस अद्भुत सात्विकता के साथ आत्मसात किया, वही आज भी सिख श्रद्धालुओं की आस्था और सेवाभाव का आधार बनी

गुरबाणी और अरदास

गुरबाणी और अरदास श्री गुरु नानक साहिब जी की पाँचवीं ज्योति, श्री गुरु अर्जन देव साहिब जी महाराज ने अपनी अमूल्य वाणी में अनेक स्थानों पर गहरे आध्यात्मिक और जीवनोपयोगी सत्य प्रकट किए हैं। उनके एक श्लोक में वर्णित एक पौराणिक प्रसंग मानव जीवन की वास्तविकता को अत्यंत सरल किंतु गहन रूप में स्पष्ट करता

बेबे का धैर्य, आस्था और चढ़दी कला 

बेबे का धैर्य, आस्था और चढ़दी कला  ੴ सतिगुर प्रसादि॥ पंजाब का एक गाँव बाढ़ की मार से कराह रहा था। चारों ओर कीचड़, टूटी-फूटी झोपड़ियाँ, बह गई फसलें और उजड़ चुके आँगन! सब कुछ विनाश की तस्वीर बन चुके थे। परंतु इस उजाड़ में भी, एक ऊँचे टीले पर बैठी बेबे का चेहरा किसी

संक्षिप्त जीवन परिचय: स्व. जत्थेदार सरदार सुरेंद्र सिंह जी अरोरा (उज्जैन निवासी)

संक्षिप्त जीवन परिचय: स्व. जत्थेदार सरदार सुरेंद्र सिंह जी अरोरा (उज्जैन निवासी) ੴ सतिगुरु प्रसादि॥ 1. नाम, जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि- श्री गुरु नानक देव साहिब जी द्वारा स्थापित सिख धर्म की पावन विरासत की सुरभित फुलवारी में, मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक नगर, बाबा महाकाल की पावन, पुनीत धरती उज्जैन में, एक साधारण किन्तु संस्कार सम्पन्न

शोध-पत्र: सारागढ़ी का महायुद्ध

शोध-पत्र: सारागढ़ी का महायुद्ध एक अद्वितीय, अनुपम, परंतु उपेक्षित वीरगाथा (सारागढ़ी युद्ध की 128वीं जयंती (12 सितंबर सन 2025 ई.) को समर्पित)  प्रस्तावना भारतीय इतिहास में अनेक युद्ध ऐसे घटित हुए हैं, जो वीरता और आत्मबलिदान की पराकाष्ठा के प्रतीक हैं, किंतु समय की धूल में उनकी गौरवगाथा ओझल हो गई। ऐसे ही एक अपूर्व

ਬਾਬਾ ਬੁੱਢਾ ਜੀ: ਗੁਰੂ ਪੰਥ ਖਾਲਸਾ ਦੇ ਪਹਿਲੇ ਨਿਸ਼ਕਾਮ ਸੇਵਾਦਾਰ

ਬਾਬਾ ਬੁੱਢਾ ਜੀ: ਗੁਰੂ ਪੰਥ ਖਾਲਸਾ ਦੇ ਪਹਿਲੇ ਨਿਸ਼ਕਾਮ ਸੇਵਾਦਾਰ ਬਾਬਾ ਬੁੱਢਾ ਜੀ ਦਾ ਜਨਮ 1506 ਇਸਵੀ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਆਮ ਪਰਿਵਾਰ ਵਿੱਚ ਹੋਇਆ, ਪਰ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਜੀਵਨ ਨੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਸਿੱਖ ਧਰਮ ਦੇ ਇਤਿਹਾਸ ਦਾ ਇੱਕ ਮਜ਼ਬੂਤ ਸਤੰਭ ਬਣਾ ਦਿੱਤਾ। ਬਾਬਾ ਬੁੱਢਾ ਜੀ ਦਾ ਜਨਮ ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੇ ਪਿੰਡ ਕੱਥੂ ਨੰਗਲ ਵਿੱਚ ਹੋਇਆ ਸੀ, ਜਿੱਥੇ