विश्व हिंदी साहित्य संस्थान

हिंदी की वैश्विक साधना का यह प्रतिष्ठित नक़्श “विश्व हिंदी साहित्य संस्थान अब इस ब्लॉग के अंतर्गत एक स्वतंत्र अध्याय के रूप में आरम्भ हो रहा है। यहाँ उसका परिचय, इतिहास, उपलब्धियाँ और जीवंत गतिविधियाँ एक विश्वसनीय दस्तावेज़ के रूप में संकलित की जाएँगी। स्नेही पाठकों का स्वागत है।

विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान: एक परिचय

विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान: एक परिचय भगवत गीता के दूसरे अध्याय के श्लोक 47 में लिखा है- कर्म करने का अधिकार मनुष्य का है, लेकिन कर्मों के फल का अधिकार नहीं। इन पंक्तियों को लेकर ही हम आगे बढ़ते है। संस्थान का सदैव यह प्रयास रहा है कि अच्छे कर्म करते रहो, फल क्या […]

विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान

हिंदी की वैश्विक साधना का यह प्रतिष्ठित नक़्श “विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान” अब इस ब्लॉग के अंतर्गत एक स्वतंत्र अध्याय के रूप में आरम्भ हो रहा है। यहाँ उसका परिचय, इतिहास, उपलब्धियाँ और जीवंत गतिविधियाँ एक विश्वसनीय दस्तावेज़ के रूप में संकलित की जाएँगी। पाठकों का स्वागत है। विस्तृत विवरण पढ़ें