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Rediscovering the Forgotten Guru Shrines of Atleu Village, Uttarakhand

Rediscovering the Forgotten Guru Shrines of Atleu Village, Uttarakhand (A glimpse from Team Khoj-Vichar’s historical exploration) ੴ ਸਤਿਗੁਰੂ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ॥ When Team Khoj-Vichar reached the picturesque mountain region of Uttarakhand and arrived at the serene village Atleu, the entire atmosphere radiated a rare spiritual calm. With the cooperation of local Sikh sewadars, our team studied […]

Echoes of the Forgotten Shrines – Purani Kalsi

Echoes of the Forgotten Shrines – Purani Kalsi ੴ ਸਤਿਗੁਰੂ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ॥ Countless treasures wrapped in the layers of history are still silently calling us—calling us to return to them, to recognize them, and to preserve them. On such a historic journey, Team Khoj-Vichar, under the leadership of renowned historian Dr. Bhagwan Singh Khoji, reached

 ਭੁਲੇ-ਬਿਸਰੇ ਗੁਰੂ ਧਾਮ : ਪਿੰਡ ਅਤਲੇਊ (ਉੱਤਰਾਖੰਡ)

 ਭੁਲੇ-ਬਿਸਰੇ ਗੁਰੂ ਧਾਮ : ਪਿੰਡ ਅਤਲੇਊ (ਉੱਤਰਾਖੰਡ) ੴ ਸਤਿਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ॥ ਭੁਲੇ-ਬਿਸਰੇ ਗੁਰੂ ਧਾਮਾਂ ਦੀ ਖੋਜ ਕਰਦਿਆਂ ਜਦੋਂ ਟੀਮ ਖੋਜ-ਵਿਚਾਰ ਉੱਤਰਾਖੰਡ ਦੇ ਸੁਹਾਵਨੇ ਪਹਾੜੀ ਇਲਾਕੇ ਵਿੱਚ ਸਥਿਤ ਪਿੰਡ ਅਤਲੇਊ ਪਹੁੰਚੀ, ਤਾਂ ਉੱਥੇ ਦੇ ਮਾਹੌਲ ਨੇ ਅਦਭੁਤ ਆਤਮਕ ਸ਼ਾਂਤੀ ਦਾ ਅਨੁਭਵ ਕਰਾਇਆ। ਸਥਾਨਕ ਸਿੱਖ ਸੇਵਾਦਾਰਾਂ ਦੇ ਸਹਿਯੋਗ ਨਾਲ ਜਦੋਂ ਸਾਡੇ ਦਲ ਨੇ ਇਸ ਪਿੰਡ ਦਾ ਅਧਿਐਨ ਕੀਤਾ,

ਭੁਲੇ-ਬਿਸਰੇ ਗੁਰੂ ਧਾਮਾਂ ਦੀ ਖੋਜ ਵਿੱਚ– ਪੁਰਾਣੀ ਕਾਲਸੀ ਦੀ ਪੁਕਾਰ

ਭੁਲੇ-ਬਿਸਰੇ ਗੁਰੂ ਧਾਮਾਂ ਦੀ ਖੋਜ ਵਿੱਚ– ਪੁਰਾਣੀ ਕਾਲਸੀ ਦੀ ਪੁਕਾਰ ੴ ਸਤਿਗੁਰੂ ਪ੍ਰਸਾਦਿ॥  ਇਤਿਹਾਸ ਦੀਆਂ ਪਰਤਾਂ ਵਿੱਚ ਲਿਪਟੀਆਂ ਹੋਈਆਂ ਅਣਗਿਣਤ ਧਰੋਹਰਾਂ ਅੱਜ ਵੀ ਮੌਨ ਹੋ ਕੇ ਸਾਨੂੰ ਪੁਕਾਰ ਰਹੀਆਂ ਹਨ- ਉਨ੍ਹਾਂ ਵੱਲ ਮੁੜ ਜਾਣ ਦੀ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪਛਾਣਨ ਦੀ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਸੰਭਾਲਣ ਦੀ ਪੁਕਾਰ। ਐਸੀ ਹੀ ਇੱਕ ਇਤਿਹਾਸਕ ਯਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਟੀਮ ਖੋਜ-ਵਿਚਾਰ, ਸੁਪ੍ਰਸਿੱਧ ਇਤਿਹਾਸਕਾਰ

550 साला श्री गुरु नानक प्रकाश यात्रा : एक ऐतिहासिक अध्याय

550 साला श्री गुरु नानक प्रकाश यात्रा : एक ऐतिहासिक अध्याय आरंभिक प्रस्तावना सन 2019 का वर्ष पूरी मानवता के लिए एक अविस्मरणीय कालखंड रहा। इस वर्ष ने हमें सतगुरु श्री गुरु नानक देव जी के पावन 550वें प्रकाश पर्व का वह अनुपम अवसर प्रदान किया, जिसने संपूर्ण विश्व को गुरु-वाणी के दिव्य संदेशों से

अकली किजै दान

(प्रबंधक कमेटी गुरुद्वारा नानक झीरा साहिब द्वारा अगस्त / सितंबर 2025 में की गई निष्काम सेवाओं का ब्यौरा)- ੴ सतिगुर प्रसादि॥ लोक-कल्याण और परोपकार की अनन्य भावना को श्री गुरु रामदास जी ने अपने जीवन में जिस अद्भुत सात्विकता के साथ आत्मसात किया, वही आज भी सिख श्रद्धालुओं की आस्था और सेवाभाव का आधार बनी

गुरबाणी और अरदास

गुरबाणी और अरदास श्री गुरु नानक साहिब जी की पाँचवीं ज्योति, श्री गुरु अर्जन देव साहिब जी महाराज ने अपनी अमूल्य वाणी में अनेक स्थानों पर गहरे आध्यात्मिक और जीवनोपयोगी सत्य प्रकट किए हैं। उनके एक श्लोक में वर्णित एक पौराणिक प्रसंग मानव जीवन की वास्तविकता को अत्यंत सरल किंतु गहन रूप में स्पष्ट करता

बेबे का धैर्य, आस्था और चढ़दी कला 

बेबे का धैर्य, आस्था और चढ़दी कला  ੴ सतिगुर प्रसादि॥ पंजाब का एक गाँव बाढ़ की मार से कराह रहा था। चारों ओर कीचड़, टूटी-फूटी झोपड़ियाँ, बह गई फसलें और उजड़ चुके आँगन! सब कुछ विनाश की तस्वीर बन चुके थे। परंतु इस उजाड़ में भी, एक ऊँचे टीले पर बैठी बेबे का चेहरा किसी

संक्षिप्त जीवन परिचय: स्व. जत्थेदार सरदार सुरेंद्र सिंह जी अरोरा (उज्जैन निवासी)

संक्षिप्त जीवन परिचय: स्व. जत्थेदार सरदार सुरेंद्र सिंह जी अरोरा (उज्जैन निवासी) ੴ सतिगुरु प्रसादि॥ 1. नाम, जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि- श्री गुरु नानक देव साहिब जी द्वारा स्थापित सिख धर्म की पावन विरासत की सुरभित फुलवारी में, मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक नगर, बाबा महाकाल की पावन, पुनीत धरती उज्जैन में, एक साधारण किन्तु संस्कार सम्पन्न