GURBANI AUR SIKH ITIHAS PART-1

डॉ. शहाबुद्दीन शेख: संक्षिप्त परिचय

राज भाषा हिंदी के सच्चे सपूत उम्दा और असाधारण व्यक्तित्व के धनी, मृदभाषी डॉक्टर शहाबुद्दीन नियाज मोहम्मद शेख (अध्यक्ष: विश्व हिंदी साहित्य सेवा संघ, मुख्य कार्यालय प्रयागराज) का आकस्मिक निधन दिनांक 27/02/24 शाम को पुणे में हो गया| आप जी राजभाषा हिंदी के अनुरागी एवं देश के जाने-माने प्रख्यात हिंदी के विद्वान थे| नागरी लिपि […]

रेडियो के अभिनव युग का अंत  

रेडियो के अभिनव युग का अंत   (रेडियो उद्घोषक अमीन सयानी को विनम्र श्रद्धा सुमन) रेडियो का आविष्कार इटालियन वैज्ञानिक ‘गुग्लिएल्मो मार्कोनी’ ने सन् 1895 ई. में किया था।‌ भारत में पहला रेडियो स्टेशन मुंबई में निर्मित हुआ एवं उसका उद्घाटन 23 जुलाई सन् 1927 ई. को हुआ था। अपने जमाने में रेडियो के गोल बटन

कामागाटा मारू: सिखों के संघर्ष की अद्भुत-अनोखी दास्तान

ੴ सतिगुर प्रसादि॥ चलते-चलते. . . . (टीम खोज-विचार की पहेल) (अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास) (टीम खोज–विचार की पहेल)| कामागाटा मारू: सिखों के संघर्ष की अद्भुत-अनोखी दास्तान सवैया॥ देह सिवा बरु मोहि इहै सुभ करमन ते कबहूं न टरो॥ न डरो अरि सो जब जाइ लरो निसचै करि अपुनी जीत करो॥ अरु सिख

श्री गुरु हरि राय साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय—

ੴ सतिगुर प्रसादि॥ प्रासंगिक: श्री गुरु हरि राय साहिब जी के प्रकाश पर्व पर विशेष— (अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास,https://arsh.blog/) (टीम खोज–विचार की पहेल)  श्री गुरु हरि राय साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय— नैंह मलेश को दरशन देहैं॥ नैंह मलेश के दरशन लेहैं॥ श्री गुरु नानक देव जी की ज्योति, शांति की मूर्ति,

राम बिना को बोले रे…

  ੴ सतिगुर प्रसादि॥ (अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास/टीम खोज-विचार की पहेल) राम बिना को बोले रे… वर्तमान समय में पूरे देश में राम नाम की धूम मची हुई है| उस प्रभु-परमेश्वर राम की भक्ति में प्रत्येक भारतीय सराबोर होकर, हम सभी के आराध्य देव अकाल पूरख के स्वरूप श्री राम को याद कर

लाहौर: इतिहास के झरोखों से. . . .

ੴसतिगुर प्रसादि॥ चलते-चलते. . . . (टीम खोज-विचार की पहेल) लाहौर: इतिहास के झरोखों से. . . . हमारे पंजाबी सभ्याचार में जीवन जीने वाले पुराने बुजुर्गों को बहुत याद आता है लाहौर  सिंह! सचमुच पंजाबी सभ्याचार की राजनीतिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक शक्ति के शिखर का केंद्र था शहर लाहौर! पंजाबी सभ्याचार के सुनहरी दौर

पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरण सिंह तोहरा इंस्टीट्यूट आफ एडवांस्ड स्टडीज इन सिखईस्म (PRJGSTIOASIS) : संक्षिप्त परिचय

पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरण सिंह तोहरा इंस्टीट्यूट आफ एडवांस्ड स्टडीज इन सिखईस्म (PRJGSTIOASIS) : संक्षिप्त परिचय चरन चलउ मारगि गोविंद॥ मिटहि पाप जपीऐ हरि बिंद॥ कर हरि करम स्रवनि हरि कथा॥ हरि दरगह नानक ऊजल मथा॥ (अंग क्रमांक 281) अर्थात अपने चरणों से गोविंद के मार्ग पर चलो, एक क्षण के लिये भी हरि का

‘श्री गुरु नानक देव साहिब जी’ का संक्षिप्त जीवन परिचय—

ੴ सतिगुर प्रसादि॥प्रासंगिक– श्री गुरु नानक देव साहिब जी के प्रकाश पर्व पर विशेष–(अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास) ‘श्री गुरु नानक देव साहिब जी’ का संक्षिप्त जीवन परिचय— कलि तारण गुरु नानक आइआ।। सिख धर्म के संस्थापक एवं प्रथम ‘श्री गुरु नानक देव साहिब जी’ का प्रकाश 15 अप्रैल सन् 1469 ईस्वी. को कार्तिक

महान परोपकारी संत: साधु वासवानी जी

ੴ सतिगुर प्रसादि॥ प्रासंगिक–साधु वासवानी जी के जन्मोत्सव पर विशेष– (अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास,) (टीम खोज–विचार की पहेल) महान परोपकारी संत: साधु वासवानी जी साधु थावरदास लीलाराम वासवानी जी एक महान कवि, लेखक, देशभक्त, समाज सुधारक, शिक्षाविद, लोकनायक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, परोपकारी और ब्रह्मज्ञानी ऐसी अनेक प्रतिभा से संपन्न साधु हुए हैं। आप

जगतेश्वर सिंह बैंस

ੴ सतिगुर प्रसादि॥(अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास जगतेश्वर सिंह बैंस (विजेता: अमेरिकी रियलिटी शो बिग ब्रदर सीजन 25 के) वह कौन सा क्षेत्र है? जिसमें सिखों ने नाम नहीं कमाया! वह कौन सी बुलंदी है? जिसे सिखों ने प्राप्त नहीं की है! दुनिया में कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जो सिखों की पहुंच से बाहर