GURBANI AUR SIKH ITIHAS PART-1

श्री अर्जुन देव साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय—

श्री अर्जुन देव साहिब जी का संक्षित परिचय– (तेरा कीआ मीठा लागै॥ हरि नामु पदारथु नानकु माँगै॥) ‘श्री गुरु नानक देव साहिब जी’ की पांचवी ज्योति, सिख धर्म में शहीदों की परंपरा की नींव रखने वाले प्रथम शहीद, शहीदों के सरताज, महान शांति के पुंज, गुरु वाणी के बोहिथा (ज्ञाता/सागर), सिख धर्म के पांचवें गुरु […]

(पुणे के प्रथम सिख महापौर: सरदार मोहन सिंह राजपाल)

(पुणे के प्रथम सिख महापौर: सरदार मोहन सिंह राजपाल) ੴ सतिगुर प्रसादि॥ वाहिगुरु जी का खालसा, वाहिगुरु जी की फतेह॥ भलो भलो रे कीरतनीआ। राम रमा रामा गुन गाउ। छोड़ि माइआ के धंध सुआउ॥ (अंग क्रमांक 885) संगत जी, आज दिनांक 03/05/2024. के दिवस हम एक ऐसी महान विभूति को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे

श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय–

श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय– (अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास) भै काहू कउ देत नहि नहि भै मानत आन।।श्री गुरु तेग बहादुर जी का संपूर्ण जीवन त्याग, तपस्या, बलिदान और वैराग्य से अभिभूत था। उस कठिन समय में समाज के स्वाभिमान और आध्यात्मिक चेतना के विकास के लिये आपने

सिख जीवन शैली

सिख जीवन शैली (अद्वितीय सिख विरासत/गुरुबाणी और सिख इतिहास) विश्व में सिख धर्म को सबसे आधुनिक धर्म माना गया है। सिख धर्म को एक मार्शल धर्म भी माना जाता है। ऐसी क्या विशेषता है इस धर्म की? निश्चित ही जो सिख धर्म के अनुयायी हैं, उनकी एक विशेष प्रकार की ‘जीवन शैली’ होती है। इनके

डॉ. शहाबुद्दीन शेख: संक्षिप्त परिचय

राज भाषा हिंदी के सच्चे सपूत उम्दा और असाधारण व्यक्तित्व के धनी, मृदभाषी डॉक्टर शहाबुद्दीन नियाज मोहम्मद शेख (अध्यक्ष: विश्व हिंदी साहित्य सेवा संघ, मुख्य कार्यालय प्रयागराज) का आकस्मिक निधन दिनांक 27/02/24 शाम को पुणे में हो गया| आप जी राजभाषा हिंदी के अनुरागी एवं देश के जाने-माने प्रख्यात हिंदी के विद्वान थे| नागरी लिपि

रेडियो के अभिनव युग का अंत  

रेडियो के अभिनव युग का अंत   (रेडियो उद्घोषक अमीन सयानी को विनम्र श्रद्धा सुमन) रेडियो का आविष्कार इटालियन वैज्ञानिक ‘गुग्लिएल्मो मार्कोनी’ ने सन् 1895 ई. में किया था।‌ भारत में पहला रेडियो स्टेशन मुंबई में निर्मित हुआ एवं उसका उद्घाटन 23 जुलाई सन् 1927 ई. को हुआ था। अपने जमाने में रेडियो के गोल बटन

कामागाटा मारू: सिखों के संघर्ष की अद्भुत-अनोखी दास्तान

ੴ सतिगुर प्रसादि॥ चलते-चलते. . . . (टीम खोज-विचार की पहेल) (अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास) (टीम खोज–विचार की पहेल)| कामागाटा मारू: सिखों के संघर्ष की अद्भुत-अनोखी दास्तान सवैया॥ देह सिवा बरु मोहि इहै सुभ करमन ते कबहूं न टरो॥ न डरो अरि सो जब जाइ लरो निसचै करि अपुनी जीत करो॥ अरु सिख

श्री गुरु हरि राय साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय—

ੴ सतिगुर प्रसादि॥ प्रासंगिक: श्री गुरु हरि राय साहिब जी के प्रकाश पर्व पर विशेष— (अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास,https://arsh.blog/) (टीम खोज–विचार की पहेल)  श्री गुरु हरि राय साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय— नैंह मलेश को दरशन देहैं॥ नैंह मलेश के दरशन लेहैं॥ श्री गुरु नानक देव जी की ज्योति, शांति की मूर्ति,

राम बिना को बोले रे…

  ੴ सतिगुर प्रसादि॥ (अद्वितीय सिख विरासत/गुरबाणी और सिख इतिहास/टीम खोज-विचार की पहेल) राम बिना को बोले रे… वर्तमान समय में पूरे देश में राम नाम की धूम मची हुई है| उस प्रभु-परमेश्वर राम की भक्ति में प्रत्येक भारतीय सराबोर होकर, हम सभी के आराध्य देव अकाल पूरख के स्वरूप श्री राम को याद कर

लाहौर: इतिहास के झरोखों से. . . .

ੴसतिगुर प्रसादि॥ चलते-चलते. . . . (टीम खोज-विचार की पहेल) लाहौर: इतिहास के झरोखों से. . . . हमारे पंजाबी सभ्याचार में जीवन जीने वाले पुराने बुजुर्गों को बहुत याद आता है लाहौर  सिंह! सचमुच पंजाबी सभ्याचार की राजनीतिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक शक्ति के शिखर का केंद्र था शहर लाहौर! पंजाबी सभ्याचार के सुनहरी दौर