GURBANI AUR SIKH ITIHAS PART-1

मित्रता दिवस पर विशेष

मित्रता दिवस पर विशेष सच्चा मित्र वह ही होता है जिसके साथ हम सुख–दुख में समाहित होते हैं। जिसे के समक्ष हम अपने हृदय के भावों को बिना किसी संकोच के प्रकट कर सकें। मित्रता में पाप और पुण्य की गवाही आसानी से होती है। मित्रता में स्वयं की पराजय को स्वीकार करने में किसी […]

हमारी सांझीवालता

हमारी सांझीवालता गुरु नानक शाह फकीर, हिंदुओं के गुरु मुस्लिमों के पीर। सिख धर्म के संस्थापक प्रथम ‘श्री गुरु नानक देव साहिब जी’ का अवतार जगत के कल्याण के लिए हुआ था। आप जी ने अपनी चार उदासी यात्राओं से लगभग 36000 माइल्स की यात्रा कर आम लोगों को जाति, वर्ण और छुआछूत के भेदभाव

अनुभव अर्श के……

मोह अर्थात् क्या? वो जान लगाने के बाद ही समझा जा सकता है। प्रेम अर्थात क्या? वो स्वयं को होने के बाद ही समझा जा सकता है। बिरहा अर्थात क्या? प्रेम के रंगों में सराबोर होने के पश्चात ही समझा जा सकता है। जीत अर्थात क्या? वह हारने के पश्चात ही समझा जा सकता है।

गोदी मीडिया और अंधभक्त

वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन प्रारंभ हो चुका है। आई.टी. कंपनी में नौकरी करने वाले जनेश जी घर बैठकर लगातार टीवी पर कोरोना संक्रमण के आंकड़े देख रहे है। रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ाने के तरह–तरह के नुस्खे आजमाये जा रहे हैं। प्रधान सेवक और गोदी मीडिया की और से थाली और ताली बजाने

फायबर आप्टिक्स के पितामह: डा.नरिंदर सिंह कपानी

हम भारतीय अक्सर हमेशा वार्तालाप करते हैं कि आधुनिक विज्ञान के इस युग में भारतीयों का क्या योगदान है? हमारे वार्तालाप में हमेशा मार्क जुबेर,बिल गेट्स, टिम बर्नर्स और केविन सिस्ट्रोम जैसे लोगों का जिक्र होता है। आज पुरी दुनिया में फेसबुक, वाट्स एप,ट्विटर, इंस्टाग्राम और www.com जैसे माध्यम हमारी दिनचर्या के अभिन्न अंग हैं।

माता-पिता का आशीर्वाद

माता-पिता का आशीर्वाद पूता माता की आसीस॥ निमख न बिसरउ तुम् हरि हरि सद‍ा भजहु जगदीस ॥॥रहाउ॥ सतिगुरु तुम् कउ होइ दइआला संतसंगि तेरी प्रीति॥ कापड़ु पति परमेसरु राखी भोजनु कीरतनु नीति॥ अंम्रितु पीवहु सदा चिरु जीवहु हरि सिमरत अनद अनंता॥ रंग तमासा पूरन आसा कबहि न बिआपै चिंता॥ भवरु तुमा्रा इहु मनु होवउ हरि

महान तपस्वी संत बाबा कुलवंत सिंह जी

महान तपस्वी संत बाबा कुलवंत सिंह जी विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक महत्व रखने वाला तख़्त भारत देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इस महान भारत वर्ष में विविध धर्म, जाति, वर्ण के लोग अपनी–अपनी धार्मिक परंपराओं के अनुसार मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, गिरजाघर, बौद्ध स्थलों एवं अलग–अलग धर्म स्थानों में प्राचीन काल

अलमारी और मन

अलमारी और मन दो अलग–अलग वस्तु और विशेषण है। अलमारी स्थूल है, मन चंचल है। मन की बात प्रधानमंत्री करते है और जनता उसे अलमारी में सहज कर रख देती है। मनमर्जी करने वालों की समाज में बेइज्जती होती है और दूसरों के मन की बात सहज कर, सम्मान देकर अलमारी में रखने वालों का

किसान मोर्चा और मुस्लिम भाईचारा

किसान मोर्चा और मुस्लिम भाईचारा दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को पुरे देश से अभूतपूर्व समर्थन प्राप्त हो रहा है। इस जन आंदोलन ने सरकार की नींद हराम कर दी है। गोदी मीडिया द्वारा इसे पंजाब के आतंकवादी आंदोलन बनाने की असफल कोशिश की गई। परंतु इस जन आंदोलन को आज सभी जाति –

किसान मोर्चे का सच

(लेख— प्रारंभ करने से पहले ही में स्पष्ट करना चाहता हूँ कि इसमें कोई राजनीति नहीं है परंतु सच आम लोगों के सम्मुख आना बहुत जरूरी है। एक आम नागरिक के यह अपने विचार है।) आज पूरे देश में सरकार की गलत नीतियों के कारण त्राहि–त्राहि मची हुई है। यह हिटलर सरकार अपने सरफिरे अंदाज