समय का विलाप: समय से परे, फिर भी समय के अधीन

समय का विलाप: समय से परे, फिर भी समय के अधीन मानवता ने विज्ञान-विकास के पथ पर चलते हुए दूरी, परिश्रम और जटिलताओं को सरल करने के लिए जो प्रगति की है, वह अद्भुत है। किन्तु विडम्बना देखिए—समय बचाने की अट्टालिकाएँ जितनी ऊँची उठती जाती हैं, मनुष्य उतनी ही व्यग्रता से दोहराता है, “समय नहीं […]