Gurbani and sikh ithas-गुरुवाणी और सिख इतिहास

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सिख वीरांगना बीबी हरशरण कौर पाबला

सिख वीरांगना बीबी हरशरण कौर पाबला अर्थात्- जिस स्त्री ने बड़े-बड़े राजा और महापुरुषों को जन्म दिया, वो स्त्री मंदा (कमज़ोर, छोटी या बुरी) कैसे हो सकती है? स्त्री से ही स्त्री जन्म प्राप्त करती है। स्त्री के बिना जीवन अधूरा है। केवल अकाल पुरख परमात्मा ही अजूनी है अर्थात् जो स्त्री की कोख से […]

श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी

बाणी गुरू गुरू है बाणी विचि बाणी अंम्रितु सारे॥ गुरू बाणी कहै सेवकु जनु मानै परतखि गुरू निसतारे॥ (अंग क्रमांक 982) अर्थात बाणी गुरु है और गुरु ही बाणी है, गुरु और बाणी में कोई अंतर नही है, गुरु की बाणी ही गुरु है और गुरबाणी में सारे अमृत मौजूद है। संपूर्ण सृष्टि के गुरु

‘राष्ट्रभाषा हिंदी’ के प्रचार-प्रसार में, गुरु पंथ खालसा का योगदान

ੴसतिगुर प्रसादि॥(अद्वितीय सिख विरासर/गुरबाणी और सिख इतिहास/खोज-विचार की पहेल)प्रासंगिक– (राष्ट्रभाषा हिंदी दिवस (14 सितम्बर) पर विशेष। ‘राष्ट्रभाषा हिंदी’ के प्रचार-प्रसार में, गुरु पंथ खालसा का योगदान ‘राष्ट्रभाषा हिंदी’ के प्रचार-प्रसार में पंजाबी सभ्याचार में जीवन व्यतीत करने वाले साहित्यकारों का प्राचीन समय से लेकर वर्तमान समय तक अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। निश्चित ही प्रत्येक

दिपावली शुभचिंतन!

ੴ सतिगुरु प्रसादि ॥ प्रासंगिक— (टीम खोज–विचार की पहल) दिपावली शुभचिंतन दिवाली के दिवस पर हरमंदिर साहिब ‘श्री दरबार साहिब जी’ अमृतसर में और पूरे विश्व के लगभग समस्त गुरुद्वारों में ‘गुरु पंथ ख़ालसा’ के वेदव्यास कहे जाने वाले भाई ‘गुरदास जी’ की 19वी वारां की 6 वीं पौउड़ी (पद्य) का कीर्तन करते हुए एक

श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की सार्थकता: अतीत से वर्तमान की और. . . . .

वाणी गुरु गुरु है वाणी विचि वाणी अंम्रित सारे॥ गुरु कहै सेवकु जनु मानै परतखि गुरु निसतारे॥ (अंग क्रमांक 982) अर्थात् वाणी गुरु है और गुरु ही वाणी है, गुरु और वाणी में कोई अंतर नही है, गुरु की वाणी ही गुरु है और गुरुवाणी में सारे अमृत मौजूद है। युग-युग अटल, संपूर्ण सृष्टि के

स्तुति(उसत्तत): श्री गुरु गोविंद सिंह साहिब जी

ੴसतिगुर प्रसादि॥ चलते-चलते. . . . (टीम खोज-विचार की पहेल) स्तुति(उसत्तत): श्री गुरु गोविंद सिंह साहिब जी दशमेश पिता ‘श्री गुरु गोविंद सिंह साहिब जी’ की महान शख्सियत के संबंध में यदि दुनिया की समस्त नियामत और विशेषताओं के सभी गुण एकत्र किया जाए तो भी उनकी स्तुति करनी एक क़लमकार के लिए अत्यंत कठिन

श्री गुरु हरकृष्ण साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय

ੴ सतिगुर प्रसादि॥ चलते-चलते. . . . (टीम खोज-विचार की पहेल) प्रासंगिक– श्री गुरु हरकृष्ण साहिब जी के 367 वें प्रकाश पर्व (11 जुलाई) पर विशेष– स्री हरिक्रिसनि धिआईऐ जिसु डिठे सभु दुखु जाइ॥ श्री गुरु नानक देव जी की ज्योति, आस्था व श्रद्धा के पुंज, बाला प्रीतम जिनके दर्शन एवं स्मरण मात्र से मनुष्य

प्रभु स्मरण और ध्यान: एक विवेचना

ੴ सतिगुर प्रसादि॥ चलते-चलते. . . . (टीम खोज-विचार की पहेल) प्रासंगिक भक्त तुकाराम महाराज और भक्त ज्ञानेश्वर माऊली महाराज की पुणे में पालखी आगमन पर विशेष प्रभु स्मरण और ध्यान: एक विवेचना संत, महापुरुषों और भक्तों की पवित्र धरती महाराष्ट्र में संत ज्ञानेश्वर, निवृत्तिनाथ, सोपानदेव, मुक्ताबाई, गोरा कुम्हार, सावता माली, परिसा भागवत, जनाबाई, बंका

श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी और भक्त कबीर

ੴ सतिगुर प्रसादि॥ चलते-चलते. . . . (टीम खोज-विचार की पहेल) प्रासंगिक 7 वां संत कबीर जयंती समारोह (04/06/2023 पुणे) श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी और भक्त कबीर भक्त कबीर जी का मध्यकालीन संत-महापुरुषों की भक्त श्रृंखला में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। उस समय में धर्म चिंतन के क्षेत्र में वह अपने समय के हरमन

श्री गुरु हरगोविंद साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय

श्री गुरु हरगोविंद साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय ੴ सतिगुर प्रसादि॥ चलते-चलते. . . . (टीम खोज-विचार की पहेल) प्रासंगिक— श्री गुरु हरगोविंद साहिब जी के प्रकाश पर्व (5 जून 2023) पर विशेष— श्री गुरु हरगोविंद साहिब जी का संक्षिप्त जीवन परिचय– दलभंजन गुरु सूरमा वड जोधा बहु पर उपकारी ॥ ‘श्री गुरु नानक