प्रसंग क्रमांक 3 : भावी श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की अद्भुत बाल लीलाओं से परिपूर्ण जीवन यात्रा।
‘श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी’ का प्रकाश 1 अप्रैल सन् 1621 ई. दिन रविवार को हुआ था और पिता श्री गुरु हरगोविंद साहिब जी के द्वारा आपका नामकरण ‘तेग बहादुर’ के नाम से किया गया था। कई ऐतिहासिक ग्रंथों और संदर्भों में आप जी को ‘त्यागमल’ कहकर भी संबोधित किया गया है परंतु बचपन […]