दीपावली शुभ चिंतन
वो रसिक संगीत प्रेमी, जिनका अभ्यंग स्नान रामकली भटीयार ललित से होता है। सुबह दिवाली की फराल तोड़ी, देशकार, जौनपुरी से होती हो और भोजन बसंत मुखारी, सारंग गौड़ सारंग से होता हो एवं शाम की चाय भीमपलास, मुल्तानी, पटदीप से होती हो, दीप प्रज्वलन पुरिया मारवा श्री से होता हो, आतिशबाजी यमन, केदार, हमीर, […]