प्रसंग क्रमांक 1 : ‘श्री गुरु रामदास साहिब जी’ से श्री गुरु हरगोबिन्द साहिब जी तक की जीवन यात्रा
सन् 1534 ई. में सिख धर्म के चौथे ‘श्री गुरु रामदास साहिब जी’ का प्रकाश हुआ था। आप जी के माता-पिता जी का स्वर्गवास बचपन में ही हो गया था। बचपन से ही आप जी का पालन–पोषण आप जी की नानी जी ने किया था। छोटी उम्र से ही आप अपना चने बेचने का व्यवसाय […]