मेहताब की मुस्कान
चमके चाँद-तारों से, प्यारी मेरी मेहताब,
सातवें बसंत की खुशबू, जैसे महके गुलाब।
सुशील-चंचल, हंसमुख, उसकी अदाएं न्यारी,
परी सी दुनिया में खोई, कल्पनाओं की सवारी।
दादा-दादी का ताज है तू, उनकी आँखों की रोशनी,
तेरी हंसी से महक उठे, उनकी जीवन की हर ज्योति।
तेरे नन्हें कदमों की आहट, घर को स्वर्ग बना दे,
तेरा प्यार उनका सहारा, हर खुशी का बहाना दे।
नानाजी-नानीजी के जीवन का भी तू है तोहफा,
उनकी गोद में खेली तू, बनी जीवन का सपना।
तेरी मासूम बातें, जैसे सावन के बहार का गीत,
तूने उनके दिल में जोड़ी, खुशियों की प्यारी प्रीत।
सदा कौर की प्यारी बहना, उसकी हर खुशी का आधार,
मम्मी-पापा की जान, तुझ पर सारा परिवार निसार।
तेरी मुस्कान से खिलता, घर का हर कोना और…आँगन,
तू है परिवार का मोती, हमारे हर सच्चे सपने का दर्पण।
दुआ करते हैं सभी, तेरी हर मंजिल आसान हो,
तेरे सपने ऊँचाई पाएं, तेरा हर पल महान हो।
चमके तू सितारों सी, हर दिल में अपनी जगह बनाए,
उस वाहिगुरु जी का आशीष, सदा तेरा साथ निभाए।
🎉 जन्मदिन मुबारक, मेरी प्यारी मेहताब! 🎉
मेरी नातिन मेहताब कौर को जन्मोत्सव (20 नवंबर) की हार्दिक शुभकामनाएं!