महान वैज्ञानिक: गुरतेज सिंह संधू
विश्व वैज्ञानिक थामस एडीसन का नाम आज दुनिया का बच्चा–बच्चा जानता है परंतु क्या आपने भारतीय मूल के वैज्ञानिक सरदार गुरतेज सिंह जी संधू का नाम सुना है? क्या आप जानते हैं कि सरदार गुरुतेज सिंह जी संधू नामक महान वैज्ञानिक ने वैज्ञानिक एडिसन से भी ज्यादा खोजे की है?
महान वैज्ञानिक एडिसन ने अपने पूरे जीवन काल में 1084 विज्ञान की नई–नई खोजों को अंजाम दिया था परंतु सरदार गुरतेज सिंह जी संधू ने अपने जीवन की 58 वर्ष की आयु में 1325 वैज्ञानिक खोजों को अंजाम दिया है। पूरे विश्व में सबसे अधिक विपुल वैज्ञानिक खोजों को अंजाम देकर; सबसे अधिक खोज करने वाले वैज्ञानिकों की सूची की क्रमवारी में आप का नाम सातवें क्रमांक पर है।
भारतीय मूल के वैज्ञानिक सरदार गुरतेज सिंह जी अमेरिका के ‘आयडाहो’ राज्य में निवास करते हैं और आप जी ‘माइक्रॉन टेक्नोलॉजी’ नामक विश्व प्रसिद्ध कंपनी के उपाध्यक्ष हैं।
आप जी के माता–पिता अपने समय में रसायन शास्त्र के नामी वैज्ञानिक थे। वैज्ञानिक सरदार गुरतेज सिंह जी संधू को अपनी पढ़ाई के उपरांत चिकित्सा विज्ञान में कार्य करने के लिए मौका था परंतु आप भी ने इंजीनियरिंग करने का फैसला किया कारण आप जी अपने बलबूते पर दुनिया को कुछ अनोखा करके दिखाना चाहते थे। आप जी ने आई.आई.टी. दिल्ली से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और अमेरिका के ‘नॉर्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी’ से सन् 1990 में पी.एचडी. का शिक्षण पूर्ण किया था।
अपनी अभूतपूर्व शैक्षणिक योग्यता के बलबूते पर आपको बड़ी से बड़ी कंपनी में आसानी से नौकरी मिल सकती थी परंतु आप जी ने ‘माइक्रॉन टेक्नोलॉजी’ जैसे नवीनतम कंपनी को अपने करियर के लिए चुना कारण इस नवीन उद्योग में आपको अपनी कल्पकता और खोज की वृत्ती को पूरा करने के लिए भरपूर मौका था।
इस कंपनी में काम करते हुए आप जी ने अपनी प्रथम खोज जो की Moore’s Law के नाम से विश्व प्रसिद्ध है को अंजाम दिया इस नियम के अनुसार एक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में लगे हुए ट्रांजिस्टर की संख्या प्रत्येक वर्ष में दोगुनी होती है। इस नियम के आधार पर आई.सी/ चिप में अधिकतम कितने मेमोरी यूनिट्स बैठ सकते हैं? इसकी अभूतपूर्व खोज आप जी ने की थी। इस खोज के उपरांत ही आई.सी. चिप उत्पादकों ने इस महत्वपूर्ण खोज के आधार पर आई.सी. चिप का उत्पादन करना प्रारंभ किया। इस कारण सभी आई.सी. चिप उत्पादक कंपनियों को अभूतपूर्व लाभ प्राप्त हुआ है।
एक और अनोखी खोज के तहत आप जी ने माइक्रोचिप का ऑक्सीजन से संपर्क ना हो और चिप के ऊपर टाइटेनियम धातु का मुलामा देने की संकल्पना दी और इस महत्वपूर्ण खोज से माइक्रोचिप जल्दी खराब होने से बच गए। आज विश्व की सभी कंपनियां इस महत्वपूर्ण खोज का उपयोग कर इसी पद्धति से माइक्रोचिप का उत्पादन कर रही है।
इस तरह से अनेक छोटी–छोटी खोजों को आप ने अभूतपूर्व पद्धतियों से अंजाम दिया है। इनमें से अधिकतर खोज ‘माइक्रॉन टेक्नॉलजी’ कंपनी के नाम से पेटेंट हैं परंतु इन खोजों का निश्चित ही आर्थिक लाभ सरदार गुरतेज सिंह जी संधू को भी प्राप्त होता है।
भारत माता के इस महान सपूत सरदार गुरतेज सिंह जी संधू ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेल्फ ड्रायव्हिंग कार, बिग डेटा और ऐसी अनेकों महत्वपूर्ण खोजों को अंजाम दिया है। प्रत्येक दिन नई–नई खोजों की संकल्पना और उन्हें वास्तविक रूप से साकार करने के कारण आज विश्व के मानस पटल पर आपने अपने महान वैज्ञानिक होने की मोहर को लगाया है। मेरे देश का दुर्भाग्य कि आज हमारे ऐसे भारतीय मूल के महान वैज्ञानिक और उनकी खोजों के बारे में हमारी जानकारी नगण्य है।
इस लेख के कारण आपको निश्चित ही महान वैज्ञानिक सरदार गुरतेज सिंह जी संधू पर अभिमान होगा।
साभार–लेख की महत्वपूर्ण जानकारी फेसबुक के मराठी पेज बोभाटा से प्रेरित है।