गुरु नानक स्कूल, बीदर- स्वर्ण जयंती पर विश्व रिकॉर्ड की स्वर्णिम उपलब्धि
बीदर शहर के नेहरू स्टेडियम के समीप स्थित गुरु नानक स्कूल ने अपनी स्वर्ण जयंती के पावन अवसर पर इतिहास का वह अध्याय रच दिया है, जिसे आने वाली पीढ़ियाँ गर्व से स्मरण करेंगी। 9 नवंबर 2025 को गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज के विशाल खेल मैदान में रूबिक क्यूब हल करने की भव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन में 5434 विद्यार्थियों की अद्भुत भागीदारी के साथ गुरु नानक स्कूल ने एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर विश्व पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ दी।
गौरतलब है कि इससे पूर्व यह रिकॉर्ड चेन्नई के एक स्कूल के नाम था, जिसने वर्ष 2018 में 3997 प्रतिभागियों के साथ यह उपलब्धि प्राप्त की थी। सात वर्ष बाद बीदर के गुरु नानक स्कूल ने न केवल इस रिकॉर्ड को तोड़ा अपितु अपने पहले ही प्रयास में उसे एक विशाल अंतर से पार कर एक स्वर्णिम इतिहास रच दिया।
आयोजन के आधिकारिक निर्णायक गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि श्री स्वप्निल ने विधिवत जाँच-पड़ताल के बाद घोषणा की कि चुनौती पूरी तरह सफल रही है और यह नया विश्व रिकॉर्ड अधिकृत रूप से गुरु नानक स्कूल के नाम दर्ज हो चुका है।
समर्पण, अनुशासन और टीमवर्क की अद्वितीय मिसाल
संस्था की उपाध्यक्ष डॉ. रेशमा कौर ने इस उपलब्धि को “पूरी संस्था के सामूहिक प्रयत्नों की विजय” बताया। उन्होंने विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों, प्रशिक्षकों तथा सभी सहयोगियों के अनुशासन, परिश्रम और अत्यधिक टीमवर्क के लिए हृदय से बधाई दी।
इस भव्य आयोजन में गुरु नानक फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. बलबीर सिंह जी, सरदार पुनीत सिंह जी, सरदार पवित सिंह जी, प्रशासक सरदार आर. डी. सिंह, तथा गुरु नानक शैक्षिक संस्थान के प्रधानाचार्य एवं सभी कर्मचारी ससम्मान उपस्थित थे।
डॉ. रेशमा कौर का प्रेरक उद्बोधन
अपने संबोधन में डॉ. रेशमा कौर ने भावनापूर्ण शब्दों में कहा— “आज का दिन अत्यंत मुबारक है। गुरु नानक ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन्स ने आधिकारिक रूप से विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। 5432 प्रतिभागियों ने एक ही स्थान पर रूबिक क्यूब हल किया, यह अपने आप में एक अद्भुत और प्रेरणादायक उपलब्धि है।
इतने विशाल समूह को प्रशिक्षित करना अत्यंत चुनौतीपूर्ण था, परंतु जब उद्देश्य महान हो और प्रयास सामूहिक तो सफलता निश्चित है। मैं अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य, स्टाफ, विद्यार्थियों और सभी सहयोगियों की आभारी हूँ। हमने सचमुच इतिहास रचा है।
अब हमारे गुरु नानक स्कूल का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में विश्व के समक्ष अंकित रहेगा। यह सब प्रभु की कृपा, अनुशासन और परिवार–सी एकजुटता के कारण संभव हुआ है।”
गिनीज प्रतिनिधि श्री स्वप्निल की घोषणा
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि श्री स्वप्निल ने भी अपने संबोधन में विद्यालय की इस असाधारण उपलब्धि की प्रशंसा करते हुए कहा- “स्वर्ण जयंती पर इतनी भव्य सफलता प्राप्त करना अत्यंत उल्लेखनीय है। आपने पिछले रिकॉर्ड को एक बहुत बड़े अंतर से पार किया है। आज यहाँ उपस्थित सभी प्रतिभागी सचमुच अमेज़िंग हैं! आप सभी को हार्दिक बधाई।”
संस्था के अध्यक्ष डॉ. बलबीर सिंह जी का उद्बोधन
इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष डॉ. बलबीर सिंह जी ने विद्यालय परिवार के अप्रतिम समर्पण की सराहना करते हुए कहा— “हमारी संस्था के सभी सदस्यों ने विशेष प्रयास और उत्कृष्ट समन्वय के साथ इस विश्व रिकॉर्ड को संभव बनाया है। मैं अपने शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों, प्रतिभागियों, प्रशासन तथा मीडिया के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। यह सफलता गुरु नानक साहिब की कृपा और हमारी सामूहिक निष्ठा का परिणाम है।”
विश्व पटल पर चमका बीदर
गुरु नानक स्कूल का यह विश्व रिकॉर्ड न केवल बीदर बल्कि समूचे कर्नाटक और भारत के लिए गौरव का क्षण है। यह उपलब्धि सिद्ध करती है कि—
- अनुशासन
- सामूहिक प्रयास
- सृजनशीलता
- और सही दिशा में किया गया परिश्रम हर असंभव को संभव बना सकता है।
स्वर्ण जयंती वर्ष में रचा गया यह विश्व रिकॉर्ड गुरु नानक स्कूल की प्रतिबद्धता, नेतृत्व क्षमता और शैक्षिक उत्कृष्टता का उज्ज्वल प्रमाण है। यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देगी और गुरु नानक फाउंडेशन की प्रतिष्ठा को और भी ऊँचा उठाएगी।
बीदर शहर के नेहरू स्टेडियम के पास गुरु नानक स्कूल अपनी स्वर्ण जयंती मना रहा है| इस अवसर पर गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज के खेल मैदान में रूबिक क्यूब हल करने की प्रतियोगिता का आयोजन 9 नवंबर 2025. किया गया| गुरु नानक स्कूल ने सबसे ज्यादा 5434 विद्यार्थियों के साथ रूबिक क्यूब हल करने का एक नया गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया है| यह उल्लेखनीय उपलब्धि पहले चेन्नई के एक स्कूल ने सन 2018 में हासिल की थी जिसके 7 साल बाद 3997 प्रतिभागियों का पुराना रिकॉर्ड आज तोड़ा गया| इस आयोजन के आधिकारिक निर्णायक गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के श्री स्वप्निल थे उन्होंने पुष्टि की की यह चुनौती सफलतापूर्वक पूरी की गई है| गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए हमेशा पिछला रिकॉर्ड तोड़ना पड़ता है, इस रिकार्ड को प्राप्त करने हेतु बार-बार कोशिश करनी पड़ती है परंतु उल्लेखनीय की बीदर के गुरु नानक स्कूल ने अपने पहले ही प्रयास में विश्व रिकॉर्ड बनाया है|
संस्था की उपाध्यक्ष रेशमा कौर ने इस वैश्विक उपलब्धि को हासिल करने में सभी छात्रों, कर्मचारियों और प्रतिभागियों के समर्पण एवं टीम वर्क के लिए बधाई दी, उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु पूरे संस्थान को धन्यवाद दिया|
इस अवसर पर गुरु नानक फाउंडेशन के अध्यक्ष सरदार बलबीर सिंह जी, सरदार पुनीत सिंह जी, सरदार पंवित सिंह जी, प्रशासक- सरदार आर. डी. सिंह और गुरु नानक शैक्षिक संस्थान के प्रधानाचार्य, कर्मचारी भी उपस्थित थे|
इस अवसर पर डॉक्टर रेशमा कौर ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज का दिन बहुत ही मुबारक दिन है आज गुरु नानक ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट ने अधिकृत तौर पर विश्व रिकॉर्ड ब्रेक किया है जहां 5432 प्रतिभागियों ने मिलकर एक जगह पर रूबिक क्यूब को हल किया है| यह कार्यक्रम पँथ रत्न शिरोमणि भाई जोगा सिंह जी स्टेडियम में श्री गुरु नानक देव जी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में इसे आयोजित किया| इन प्रतिभागियों में हमारे स्कूल के विद्यार्थी स्टाफ और दूसरे स्कूल के विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया
बहुत ही खुशी की बात है कि आज 100% प्रतिभागियों ने इस रूबिक क्यूब को हल किया और पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा है निश्चित या बहुत बड़ी उपलब्धि है कारण इतने सारे प्रतिभागियों को सीखना ही अपने आप में बहुत बड़ी चुनौती थी, पर जब हम एक मकसद को लेकर चलते हैं और सभी लोग मिलकर कोशिश करें तो निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है| मैं अपने स्कूल के प्रधानाचार्य, स्टाफ और हमारे विद्यार्थी एवं जिन-जिन लोगों ने इस आयोजन में सहयोग किया, सभी का तहे दिल से आपार प्रकट करती हूं और सभी को मुबारकबाद देती हूं कि हमने निश्चित यह एक इतिहास बनाया है|
अब हमारे गुरु नानक स्कूल का नाम विश्व के पटल पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दिखाई देगा| मैं प्रभु=परमेश्वर का भी धन्यवाद करती हूं, जिनके आशीर्वाद के कारण यह आयोजन सफल हो सका| हमारी पूरी संस्था ने अनुशासित होकर एक परिवार की तरह कठोर परिश्रम कर इस रिकार्ड को ब्रेक किया है|
इस अवसर पर गिनीज बुक के प्रतिनिधि श्री स्वप्निल ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि इस स्कूल की स्वर्णिम जयंती पर या एक बड़ी उपलब्धि है| मैं खुशी से कहना चाहता हूं कि आज इन्होंने पिछले रिकॉर्ड को एक बहुत बड़े मार्जिन से ब्रेक किया है| निश्चित ही अब यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की नवीन उपलब्धि है आप सभी उपस्थित लोगों को बधाई| जिसे हम कहते हैं- आप सभी अमेजिंग हो! धन्यवाद|
इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष डॉक्टर बलबीर सिंह जी ने, अपने उध्बोधन में कहा कि हमारी संस्था के सभी लोगों ने विशेष प्रयत्न कर गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड ब्रेक किया है| मैं इस खुशी के अवसर पर हमारे शिक्षक, स्टाफ, विद्यार्थी प्रतिभागियों और सभी सहयोगियों को तहेदिल दिन से धन्यवाद करता हूं| मैं प्रशासन और मीडिया का भी तहेदिल से धन्यवाद करता हूं|



