डाॅ. रणजीत सिंह ‘अर्श’ को मिला ‘विजनरी इंडियन अवार्ड’ सम्मान
(राष्ट्र निर्माण में उत्कृष्ट योगदान हेतु नई दिल्ली में भव्य सम्मान समारोह सम्पन्न)
नई दिल्ली, देश की प्रगति और समाज निर्माण में अतुलनीय योगदान देने वाले श्रेष्ठ व्यक्तित्वों को समर्पित ‘विजनरी इंडियन अवार्ड्स’ का आयोजन राजधानी के प्रतिष्ठित आकाशवाणी भवन में दिनांक 18 मई 2025 को अत्यंत गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस भव्य समारोह का आयोजन गोल्डन स्पैरोज़ संस्था द्वारा प्रसार भारती के तत्वावधान में किया गया, जिसकी संकल्पना सुप्रसिद्ध आरजे आरती मल्होत्रा तथा डॉ. तिलक तन्वर ने की थी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री मलय पिट, संस्थापक एवं सीईओ (Positive Baarta) तथा पद्मश्री डॉ. बी.के. जैन की गरिमामयी उपस्थिति रही।
समस्त भारतवर्ष से अनेकानेक विशिष्ट व्यक्तित्व इस अवसर पर उपस्थित हुए, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में परिश्रम, प्रतिबद्धता और सृजनशीलता से एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है।
समारोह की शोभा उस समय और अधिक हो गई जब बॉलीवुड अभिनेत्री पूनम ढिल्लों के कर-कमलों से सभी चयनित प्रतिभाओं को स्मृति-चिह्न प्रदान किए गए। इस कार्यक्रम में पुस्तक एवं जीवनी विमोचन भी किया गया, जिसमें लेखकों और पुरस्कार विजेताओं को ‘Positive Barata’ की ओर से स्मृति स्वरूप उपहार भेंट किए गए। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समारोह को उल्लासमय पूर्णता प्रदान की।
इसी क्रम में पुणे निवासी प्रख्यात लेखक, चिंतक एवं समाजसेवी डॉ. रणजीत सिंह ‘अर्श’ को भी उनके उल्लेखनीय साहित्यिक, धार्मिक एवं सामाजिक योगदान के लिए ‘विजनरी इंडियन अवार्ड’ से अलंकृत किया गया। उन्होंने यह सम्मान अपनी धर्मपत्नी श्रीमती निर्मल कौर के साथ मंच पर ग्रहण किया।
सम्मान प्राप्त करने के उपरांत अपने उद्बोधन में डॉ. अर्श ने कहा-
“मैं सर्वप्रथम ‘गोल्डन स्पैरोज़’ संस्था का हृदय से आभार प्रकट करता हूँ, जिन्होंने मुझे इस गौरवशाली सम्मान के योग्य समझा। यह पुरस्कार मेरे लिए केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, अपितु गुरुवाणी और गुरमत के उन मूल्यों को भी सार्वजनिक मान्यता प्रदान करता है, जिन्हें मैंने जीवन का आधार बनाया है।
”उन्होंने आगे कहा-
“यह सम्मान मेरी अकेले की यात्रा का नहीं, अपितु मेरे उन समस्त पाठकों, साथियों, सहयोगियों, शिक्षकों, परिवारजनों एवं मार्गदर्शकों की सामूहिक साधना का प्रतिफल है, जिन्होंने हर कठिन मोड़ पर मेरा संबल बढ़ाया। विशेष रूप से मेरी अपनी शोध-टीम ‘खोज विचार’ की सक्रिय सहभागिता इस उपलब्धि को और भी मूल्यवान बनाती है।” अंत में डॉ. अर्श ने भावपूर्ण शब्दों में कहा-
“यह सम्मान मेरे लिए एक प्रेरणा-स्रोत है, जो मुझे और अधिक समर्पण, संवेदना और रचनात्मक ऊर्जा के साथ राष्ट्र और समाज की सेवा के पथ पर अग्रसर होने का उत्साह देगा।”
गोल्डन स्पैरोज़ संस्था ने सभी सम्मानित विभूतियों को उनकी उपलब्धियों के लिए हार्दिक बधाई दी और इस आयोजन की सफलता हेतु समस्त सहयोगी संस्थाओं, विशिष्ट अतिथियों एवं सहभागियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।






