हमारा बजाज
जब 12 फरवरी सन् 2022 ई. के मध्यान्ह में सोशल मीडिया और टीवी. चैनलों पर खबर आई कि पद्म भूषण श्री राहुल जी बजाज नहीं रहें, तो मन स्तब्ध होकर स्मृतियों में खो गया। उद्योग महर्षि, पद्म भूषण श्री राहुल जी बजाज का जन्म 10 जून सन् 1938 ई. कोलकाता में एक देशभक्त, मारवाड़ी व्यावसायिक परिवार में हुआ था। आपके पिता श्री कमल नयन जी बजाज और माता सावित्री जी बजाज का नेहरू परिवार एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से पारिवारिक संबंध थे। श्री कमल नयन जी बजाज और पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी सहपाठी थे।
पद्मभूषण श्री राहुल जी बजाज बचपन से ही होशियार, मेहनती, देशभक्त और व्यावसायिक दृष्टिकोण रखने वाले उद्योजक थे। अपने बचपन में विद्यालय की कक्षा में अपने शिक्षक को ‘यू जस्ट कांट बिट अ बजाज’ कहने वाले पद्मभूषण श्री राहुल जी बजाज की फितरत नहीं थी कि वह किसी के अधीन होकर काम करें उन्होंने अपने व्यावसायिक करियर में ‘यू जस्ट कांट बीट अ बजाज’ के वाक्य को अपना ब्रीदवाक्य निरूपित किया था। बजाज ऑटो समूह के द्वारा अपने जमाने में दिया गया विज्ञापन “हमारा बजाज” मानों देश के हर नागरिक की जुबान पर स्थापित हो गया था। उस समय वेस्पा और चेतक स्कूटर की बुकिंग 15 से 20 वर्षों की लंबी अवधि के लिए होने लगी थी और तो और चेतक स्कूटर को विदेशी मुद्रा देकर ही खरीदा जा सकता था। उस समय देश में कई लोगों ने बजाज स्कूटर के बुकिंग नंबरों को बेचकर ही लाखों रुपए कमाए थे।
पद्म भूषण श्री राहुल जी बजाज ने सन् 1965 ई. में बजाज समूह की जवाबदारी को संभाला था। छोटे से निवेश से प्रारंभ हुये बजाज ऑटो समूह ने वर्तमान समय में ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में विश्व के मानस पटल पर अपनी एक विशिष्ट पहचान अंकित की है। पद्म भूषण श्री राहुल जी बजाज के अनुशासित, प्रशासनिक दृष्टिकोण और नवीनतम तकनीकी ज्ञान को तुरंत आत्मसात कर, आप जी ने बजाज समूह की सशक्त नींव में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इस कारण से ही भविष्य में निश्चित ही बजाज ऑटो समूह मोटरसाइकिल उत्पादन क्षेत्र में पूरे विश्व में नंबर एक के पायदान पर होगा। पद्म भूषण श्री राहुल जी बजाज के दृष्टिकोण से ही वर्तमान समय में बजाज ऑटो का तिपहिया वाहन पूरे विश्व में अग्रणी स्थान पर है।
इस देश के चहुंमुखी विकास में बजाज समूह का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है, देश के विकास की गंगा की गंगोत्री निश्चित ही पद्म भूषण श्री राहुल जी बजाज जैसे उद्योग महर्षि हैं। आप जी ने हमेशा देश के व्यापारियों के लिए संघर्ष किया एवं समय–समय की सरकार द्वारा थोपी गई गलत व्यापार नीतियों का आप जी पुरजोर विरोध कर, अपनी बेबाक टिप्पणियां तत्कालीन सरकार पर की थी।
मृदुभाषी स्वर्गीय श्री राहुल जी बजाज को सन् 2001 ई. में उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान प्रदान करने हेतु भारत की केंद्र सरकार की और से आपको पद्मभूषण के सम्मान से सम्मानित किया गया था। आप जी को फ्रांस की तत्कालीन सरकार ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘नाइट ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ लीजन ऑफ ऑनर’ से भी नवाजा था। आप जी को सन् 2006 ई. से लेकर सन् 2010 ई. तक राज्यसभा के सदस्य के रूप में भी मनोनीत किया गया था। आप जी दो बार भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष भी रहे, सन् 2017 ई. में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आपको ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट’ के लिए (सी.आई.आई.) राष्ट्रपति पुरस्कार प्रदान किया था।
वर्तमान समय में बजाज ऑटो समूह ने जो औद्योगिक क्षेत्र में विकास किया है उसके कारण विश्व में लाखों लोग आत्म सम्मान के साथ अपने परिवारों का जीवन यापन कर रहे हैं। वर्तमान समय में इस देश को ऐसे उद्योग महर्षियों की आवश्यकता है, जिन्होंने अपने कर्मों से एक विशाल उद्योग समूह को खड़ा कर देश की उन्नति में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया है। देश में कई छोटी औद्योगिक इकाइयां आज बजाज ऑटो समूह की वजह से उत्तम व्यवसाय कर रही है। पूरे विश्व में हमारे जैसे लाखों लोग जिनका जाने–अनजाने बजाज ऑटो समूह से आत्मिक अनुबंध है। हम सभी पद्मभूषण, उद्योग महर्षि श्री राहुल जी बजाज को अपने श्रद्धा के सुमन श्रद्धांजलि के रूप में अर्पित कर रहे हैं।
“जब भी बजाज ऑटो आकुर्डी की कॉरपोरेट बिल्डिंग में जाना होगा तो निश्चित ही यह सूनी–सूनी आंखें कॉरपोरेट बिल्डिंग के दालान में उस व्यक्तित्व को खोजेगी, जिसके स्मित–हास्य और दबंग चेहरे ने हम सभी के मन को मोह लिया था”।
वाहिगुरु जी के चरणों में अरदास है कि वह बिछड़ी आत्मा को सचखंड में निवास प्रदान करें। मैं पुनः एक बार हम सभी बजाज समूह से जुड़े हुए लोगों की और से पद्म भूषण श्री राहुल बजाज जी को अश्रुपूरित, भावभीनी श्रद्धांजलि के सुमन अर्पित कर, अपनी आत्मीय श्रद्धांजलि प्रेषित करता हूं।
(नोट– लेखक स्वयं अरोरा इलेक्ट्रोमेग्नेटिक्स प्रा.लिमी. नामक कंपनी के कार्यकारी संचालक है)।
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